आयुष्मान योजना के तहत अटके दून अस्पताल के डेढ़ करोड़ रुपये

उत्तर प्रदेश, हरियाणा व बिहार के मरीजों के इलाज पर खर्च हुए दून मेडिकल कालेज के करीब डेढ़ करोड़ रुपये अटक गए हैं।इन सभी मरीजों का आयुष्मान योजना के तहत निशुल्क उपचार किया गया था लेकिन पिछले करीब सात माह से इन राज्यों से क्लेम का भुगतान नहीं किया गया है ।कालेज प्रबंधन ने तीन बार रिमाइंडर भेज चुका है, पर उन्हें कोई रिस्पांस नहीं मिला है।

दून अस्पताल में आयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी डा. धनंजय डोभाल ने बताया कि ऐसे करीब 270 मामले हैं, जिनका करीब डेढ़ करोड़ रुपये का बकाया है। ज्यादातर मामले कीमोथेरेपी, डायलिसिस आदि के हैं। संबंधित राज्यों के इस संबंध में कई बार रिमाइंडर भेजा जा चुका है, पर कोई रिस्पांस नहीं मिला। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण को भी पत्र भेजा गया है। बकाया भुगतान नहीं होने पर इन्हें सिर्फ इमरजेंसी में ही इलाज दिया जा रहा है। इमरजेंसी ना होने परमरीज को वापस भेजा जा रहा है।

उत्तर प्रदेश में आयुष्मान के कई फर्जी कार्ड भी पकड़े गए हैं। जिनमें असल लाभार्थी के नाम पर किसी अन्य ने कार्ड बनवाया हुआ था। जिसके बाद बड़ी संख्या में कार्ड निरस्त किए गए हैं। ऐसे कई कार्डधारक दून मेडिकल कालेज में भी उपचार ले चुके हैं। जिन्होंने यहां आयुष्मान के तहत शुरुआती चरण में डायलिसिस आदि कराई, पर बाद में इनका कार्ड ब्लाक हो गया।