उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के सुरक्षित बाहर निकलने की दुआएं कबूल हुईं। ऑपरेशन सिलक्यारा के तहत जब आखिरी मजदूर ने टनल से बाहर आकर खुली हवा में सांस ली तो देश और दुनिया में बदलते उत्तराखंड का संदेश भी गया।
सिलक्यारा टनल से श्रमिकों की सुरक्षित वापसी के बाद आज देहरादून स्थित सीएम आवास में ईगास मनाया गया। इस अवसर पर श्रमिकों के परिजन भी मौजूद थे। सीएम ने इन सभी का माल्यार्पण कर और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक दलों द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां दी गईं।
सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों ने सकुशल बाहर आकर जब खुली हवा में सांस ली, तब जाकर मुख्यमंत्री के आवास पर इगास (बूढ़ी दिवाली) का जश्न मना। ऑपरेशन सिलक्यारा के दौरान सभी मजदूरों के इगास वाले दिन टनल से बाहर आने की संभावना थी। लेकिन अचानक ऑपरेशन की राह में बाधा आ गई। तब मुख्यमंत्री ने एलान किया था कि उनकी असली इगास तब होगी जब सभी मजदूर सुरंग से सकुशल बाहर आ जाएंगे। सीएम धामी ने भैलो खेलकर ईगास मनाया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ पहुंचे, जहां सुरंग के निकाले गए 41 मजदूरों को रखा गया है। सीएम ने मजदूरों को एक-एक लाख के चेक दिए। इसके बाद सीएम धामी यहां से लौट गए।उन्होंने कहा कि अब एम्स ऋषिकेश में मजदूरों की सघन जांच होगी इसके बाद उन्हें उनके घर भेजा जाएगा।