मानसून काल में आंखों में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। जिला अस्पताल में वायरल कंजक्टिवाटिस के रोजाना 30 से 40 लोग पहुंच रहे हैं।
इसके कारण कंजक्टिवा, पलकों के अंदर और आंख के सफेद हिस्से को ढकने वाली झिल्ली में सूजन और लाली हो जाती है। इसे अक्सर गुलाबी आंख कहा जाता है।
उन्होंने बताया कि आमतौर पर यह एडेनोवायरस के कारण होता है, जो अक्सर संक्रमित व्यक्ति की आंखों से निकलने वाले स्राव के संपर्क में आने से फैलता है।
वायरल कंजक्टिवाइटिस के लक्षण
आंखें लाल, सूजी और चढ़ी हुईं , आंखों से पानी या चिपचिपा पदार्थ निकलना, आंखों में जलन या खुजली महसूस होना, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता, सुबह पलकों पर पपड़ी जमना
राहत के लिए करें ये उपाय
अपनी आंखों पर ठंडा सेक लगाना ,कृत्रिम आंसुओं का प्रयोग करना, अपनी आंखें मलने से बचें
इन बातों का रखें खास ध्यान
अपने हाथ बार-बार साबुन और पानी से धोएं
, अपनी आंखों को छूने से बचें, रोग की स्थिति में आंखों के मेकअप से बचें, आंखों के संपर्क में आने वाली किसी भी सतह को साफ और कीटाणु रहित करें, दूसरों के साथ तौलिया, वाश क्लाथ या आंखों का मेकअप साझा करने से बचें, कांटेक्ट लेंस बाहर निकालें और निर्माता के निर्देशों के अनुसार साफ करें, संक्रमण की स्थिति में तैराकी से बचें।