उत्तराखंड के चमोली जिल में करंट दौड़ने से हुई 16 लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने संचालन करने वाली संयुक्त उपक्रम कंपनी के परियोजना प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अब तक की यह चौथी गिरफ्तारी है। चमोली के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एसटीपी के संचालन में लापरवाही बरतने के आरोपी भास्कर महाजन को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से सोमवार को गिरफ्तार किया गया। इससे पहले, मामले में उत्तराखंड जल संस्थान के चमोली में कार्यरत प्रभारी सहायक अभियंता हरदेवलाल आर्य, बिजली विभाग के लाइनमैन महेंद्र सिंह और संयुक्त उपक्रम कंपनी के स्थानीय सुपरवाइजर पवन चमोला को गिरफ्तार किया जा चुका है।
घटना के सिलसिले में भविष्य में और गिरफ्तारियों के लिए कंपनी के मालिक और अन्य व्यक्तियों की भूमिकाओं की भी जांच की जा रही है और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। हादसे के बाद प्रभारी सहायक अभियंता आर्य को निलंबित कर दिया गया था। हादसे के संबंध में चमोली कोतवाली में चमोला और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा-304 (गैर-इरादतन हत्या) और 13/31 खतरनाक मशीन विनियमन अधिनियम-1983 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।