31 बक्सों में भरकर सहारनपुर से 150 साल पुराने भू-दस्तावेजों ले गए जिसमें फर्जीवाड़े के काले कारनामे निकल कर सामने आने लगे हैं। बेशकीमती जमीनों को कब्जाने के लिए दस्तावेजों में की गई छेड़छाड़ पकड़ में आने के बाद अबतक पहले से दर्ज पांच मुकदमों के बाद दो नए मुकदमे बुधवार को दर्ज कर लिए गए हैं।यह मुकदमे 1958 में हुई पंजीकृत रजिस्ट्रियों में छेड़छाड़ को लेकर दर्ज किए गए।
इनकी जांच में जिल्द संख्या 549 वर्ष 1958 प्रकरण, जिल्द संख्या 555 वर्ष 1958 प्रकरण में दस्तावेजों से छेड़छाड़ पाई गई। इसके आधार पर अलग-अलग मुकदमे दर्ज कराए गए हैं।
जिल्द में 0.43 एकड़ मौजा ब्राह्मणवाला की जमीन को बेचने का उल्लेख है, जबकि इसके ऊपरी हिस्से में बनी सारणी में अंकित प्रविष्टि ओवर राइटिंग प्रतीत होती है।
इसी तरह एक अन्य पेज 69 के निचले हिस्से में लाल रंग की स्याही सामान्य तौर पर प्रयुुक्त स्याही से भिन्न है। क्रेता व विक्रेता के चिह्निंकत नाम और चिह्नांकन अन्य दस्तावेजों पर किए चिह्नांकन से पूरी तरह भिन्न हैं।