उत्तराखंड के जंगलों में आग की लपटों का प्रकोप अभी जारी है। रविवार को आग में कुछ कमी दिखने के बाद कई जगहों पर आग ने फिर से जोर पकड़ लिया है। आग के चलते वन्य जीव बेघर हो गए हैं।जिसकी वजह से हिंसक जीवों का बस्तियों की तरफ रुख होने लगा है। वहीं, सुप्रीम कोर्ट में अर्जी डालकर इस पर अर्जेंट सुनवाई की मांग की है। कई जगह आग बुझाने के लिए NDRF की भी मदद ली जा रही है। आग लगाते हुए खिरसू और लैंसडाउन क्षेत्र में एक नेपाली मूल के व्यक्ति समेत 7 लोगों को वन कर्मियों ने पकड़ा है।
पिछले आंकड़ों के अनुसार, उत्तराखंड में पिछले साल के मुकाबले इस साल आग की पांच गुना से ज्यादा घटनाएं सामने आ चुकी हैं। अब तक 5710 से अधिक घटनाएं आग की एक महीने के भीतर दर्ज हुई हैं। इस साल जाड़ों के मौसम में भी कई जंगल आग के हवाले देखे गए थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कहना है की वे तीन दिनों से लगातार इस पर बैठक कर रहे है । आग पर काफी हद तक नियंत्रण की तरफ हम लोग बढ़ रहे हैं। कई जिलों में आग पर काबू पा लिया गया है। वन विभाग में सभी छुट्टियां निरस्त कर दी गई हैं। सभी अधिकारियों और जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय की गई है।