प्रदेश के सात सरकारी विश्वविद्यालयों में 134 करोड़ की वित्तीय गड़बड़ियां सामने आई हैं। हैरत की बात है कि बिना शासन की अनुमति के विवि शिक्षक-कर्मचारी भर्ती करने के साथ ही सेवा विस्तार भी दे रहे हैं। करोड़ों रुपये वेतन भुगतान कर रहे हैं। मान्यता से आने वाले शुल्क से प्रबंधन को अनुचित लाभ पहुंचा रहे हैं। विधानसभा सत्र के दौरान सदन पटल पर रखी गई वर्ष 2021-22 की लेखा रिपोर्ट से इसकी पोल खुली है।
गड़बड़ी करने वाले विश्वविद्यालयों के नाम
मुक्त विवि : 86 पदों पर नियम विरुद्ध भर्ती से डेढ़ करोड़ का नुकसान
आयुर्वेद विवि : आयुष काउंसलिंग का पैसा फर्म के खाते में
पंतनगर विवि : गलत तरीके से किया 35 करोड़ का भुगतान
तकनीकी विवि : अधिक भुगतान, बिलों का पता नहीं
संस्कृत विवि : मान्यता से प्रबंधन को पहुंचाया चार करोड़ का अनुचित लाभ
कुमाऊं विवि : कंप्यूटरीकरण में 24 लाख ज्यादा भुगतान