भारी बारिश से प्रदेश के कुछ इलाकों में तबाही, तीन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट हुआ जारी

देहरादून में कहीं भारी वर्षा हो रही है तो कहीं कुछ भी नहीं। वहीं आज राज्‍य के तीन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। बारिश से बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ में 50 मीटर बह गया है। रुद्रप्रयाग जनपद में हल्के बादल छाए हुए हैं। गौरीकुंड व बदरीनाथ हाईवे पर आवाजाही सुचारू है। जनपद में कुल 28 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध चल रहे हैं।


कोटद्वार के आसपास के क्षेत्रों में बीती रात हुई भारी वर्षा से आमजन को काफी दिक्क्त हो रही है। भारी वर्षा के कारण क्षेत्र की मालन, सुखरो व खो नदियों के साथ ही बरसाती गदेरे भी उफान पर है। पटियाली गदेरे के उफान पर आने से आमपड़ाव व कौड़िया में कई स्थानों पर लोगों के घरों में मलबा घुस गया है। तेज वर्षा के कारण सेना के विक्टोरिया क्रॉस विजेता गब्बर सिंह कैंप को शहर से जोड़ने वाली पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो गई है। एसडीएम प्रमोद कुमार ने किसी भी तरह के जान माल के नुकसान से इनकार किया है।

उत्तरकाशी में जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में शुक्रवार रात को हल्की वर्षा हुई। वर्षा के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग स्वारी गदेरे और सुनगर के पास अवरुद्ध हुआ है। जबकि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर डाबरकोट के पास लगातार पत्थर गिर रहे हैं। जिसके कारण राजमार्ग देर रात से अवरुद्ध है। कमद क्षेत्र में अतिवृष्टि से कई स्थानों पर भूस्खलन हुआ है।

उत्तराखंड में निरंतर हो रही वर्षा के कारण सड़कों व पुलों के क्षतिग्रस्त होने से अब तक 250 करोड़ रुपये की क्षति का आकलन किया गया है। वर्षा का क्रम जारी रहने से यह और बढ़ सकता है। यही नहीं, लोनिवि के अंतर्गत आने वाले पुलों के इन दिनों चल रहे सेफ्टी आडिट में अभी तक 86 असुरक्षित श्रेणी में पाए गए हैं। पौड़ी जिले में सर्वाधिक 18 पुल असुरक्षित पाए गए हैं, जबकि देहरादून व चमोली में यह संख्या क्रमश: 14 व 13 है। अभी वर्षाकाल के दो माह शेष हैं। वर्षा का क्रम भी बना हुआ है। इससे क्षति अधिक होने से इन्कार नहीं किया जा सकता।