
आपदा प्रभावित क्षेत्र थराली में आज मंगलवार सुबह फिर रेसक्यू कार्य शुरू कर दिया गया है। तहसील मुख्यालय राड़ीबगड़ में मशीनों और वाहनों की मदद से मलबा हटाने का काम किया जा रहा है। इससे पूर्व शुक्रवार की रात्रि में अतिवृष्टि से हुए नुकसान में प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू अभियान जारी रहा।
प्रभावित क्षेत्रों में बचाव दलों के मलबे की सफाई की साथ ही लापता हुए बुजुर्ग की तलाश होती रही लेकिन उनका पता नहीं लगा। चेपड़ों गांव के 78 वर्षीय गंगादत्त जोशी अपनी दुकान से आवश्यक दस्तावेज बचाते समय गदेरे के सैलाब में लापता हो गए थे।
थराली में सभी आपदा और राहत के कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। खतरा बने पेड़ों को हटाने के प्रयास किए जा रहे हैं। राजमार्ग को सुचारू कर दिया गया है। थराली बाजार के ऊपर के पेड़ों और बोल्डरों को हटाने के लिए आवश्यक प्रयास किए जाएंगे। सभी सरकारी भवनों और बस्तियों की सुरक्षा के प्रबंध किए जाएंगे। -डा. संदीप तिवारी, जिलाधिकारी चमोली।
थराली आपदा प्रभावितों की मदद के लिए अब स्थानीय लोग भी आगे आ रहे हैं। कुलसारी राहत केंद्र में थराली, देवराड़ा, कोटडीप सहित आसपास के 25 परिवारों के लोग रह रहे हैं।